प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि: जल्द ही करा ले kyc नहीं तो रुक सकती हे 17वी किश्त।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि: देश की रीढ़ कहे जाने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उनकी आय को दोगुना करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। उन्हीं में से एक प्रमुख योजना है – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि PM-Kisan योजना क्या है, इसके लाभ क्या हैं, पात्रता कैसे निर्धारित की जाती है और 17वीं किस्त से जुड़ी ताजा जानकारी क्या है।

पीएम-किसान योजना: वित्तीय सहायता का सहारा

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत दिसंबर 2018 में हुई थी। इस योजना के तहत सरकार देश के छोटे और सीमांत किसानों को सालाना ₹6,000 की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह राशि तीन समान किस्तों में, प्रत्येक ₹2,000 की, सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जाती है।

यह योजना न सिर्फ किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि उनकी कृषि संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायक होती है। बीज, उर्वरक, कीटनाशक और कृषि यंत्रों की खरीद में यह राशि किसानों के लिए काफी मददगार साबित होती है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि
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पात्रता मापदंड: यह योजना किसके लिए है?

PM-Kisan योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता मापदंड निर्धारित किए गए हैं। ये मापदंड इस प्रकार हैं:

  • किसान की श्रेणी: यह योजना केवल उन किसानों के लिए लागू है जो लघु और सीमांत किसान हैं। इसका मतलब है कि जिन किसानों के पास अधिकतम 2 हेक्टेयर (5 एकड़) तक की कृषि योग्य भूमि है, वे ही इस योजना के तहत लाभार्थी बनने के लिए पात्र हैं।
  • आय सीमा: योजना के तहत पात्र बनने के लिए किसी भी तरह की आय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। इसका मतलब है कि सभी लघु और सीमांत किसान, चाहे उनकी आय कितनी भी हो, इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • नामांकन: लाभार्थी बनने के लिए किसान का नाम भारत सरकार के राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज होना अनिवार्य है। साथ ही, किसान के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना भी जरूरी है।

पंजीकरण प्रक्रिया: योजना का लाभ कैसे उठाएं?

यदि आप एक लघु या सीमांत किसान हैं और PM-Kisan योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

  • ऑनलाइन पंजीकरण: PM-Kisan योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया काफी सरल है। आप आधिकारिक PM-Kisan पोर्टल (pmkisan.gov.in) पर जाकर स्वयं को पंजीकृत कर सकते हैं। इसके लिए आपको आवश्यक विवरण भरना होगा, जैसे कि आपका नाम, पिता का नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता विवरण आदि। पंजीकरण के बाद आपको एक अद्वितीय सत्यापन कोड प्राप्त होगा। इस कोड को संबंधित गांव के लेखपाल या राजस्व विभाग के अधिकारी के पास जमा कराना होगा। सत्यापन के बाद आपका नाम योजना के अंतर्गत लाभार्थी सूची में शामिल कर दिया जाएगा।
  • ऑफलाइन पंजीकरण: आप अपने गांव के लेखपाल, कृषि विभाग के कार्यालय या निकटतम CSC सेंटर पर जाकर भी PM-Kisan योजना के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं। वहां मौजूद कर्मचारी आपका पंजीकरण फॉर्म भरने में आपकी सहायता करेंगे।

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17वीं किस्त का इंतजार: ताजा जानकारी

अब, 17वीं किस्त का समय आ रहा है, और यदि आप इसका लाभ उठाना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप ई-केवाईसी (आधार-आधारित सत्यापन) करा लें। सरकार ने 17वीं किस्त के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है, इसका मतलब है कि यदि आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, तो आपको यह तुरंत करा लेना चाहिए।

ई-केवाईसी क्यों है जरूरी?

ई-केवाईसी कई कारणों से महत्वपूर्ण है:

  • यह धोखाधड़ी को रोकता है: ई-केवाईसी यह सुनिश्चित करता है कि योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिले जो इसके लिए पात्र हैं।
  • यह भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाता है: ई-केवाईसी के माध्यम से, सरकार किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे जमा कर सकती है, जिससे भुगतान प्रक्रिया में तेजी आती है और त्रुटियां कम होती हैं।
  • यह किसानों के लिए सुविधाजनक है: ई-केवाईसी एक बार की प्रक्रिया है, और इसे घर बैठे ऑनलाइन या नजदीकी CSC केंद्र पर किया जा सकता है।

ई-केवाईसी कैसे कराएं?

ई-केवाईसी करने के दो तरीके हैं:

  • ऑनलाइन: आप PM-Kisan पोर्टल (https://pmkisan.gov.in/) पर जाकर ऑनलाइन ई-केवाईसी कर सकते हैं। आपको अपना आधार कार्ड नंबर और बैंक खाता विवरण दर्ज करना होगा।
  • ऑफलाइन: आप अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से ई-केवाईसी कर सकते हैं।

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